सोमवार, 3 जनवरी 2011

2011

नववर्ष २०११ कितना है महान,

जिसकी शुरुआत हुई एक-एक ग्यारह से,
जो हमें सीखाता मिल कर बनना महान |
सब कहते है एक-एक दो,
पर नया साल कहता है एक-एक ग्यारह |
जिसका पहला दिन इतना महान,
तो बाकी का क्या होगा अंजाम |
हर दिन एक से बढ़कर एक दिन,
हर एक के लिए नया पैगाम लाएगा  2011







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